पंचकूला में तेज रफ्तार ट्रक का कहर; सड़क पर तेंदुए को उड़ाया, जंगल में रोते सुनी गई मादा तेंदुआ, बच्चा मरा तो फूटा मां का दर्द
Panchkula Leopard Death In Accident Hit By High Speed Truck News
Panchkula Leopard Accident: जानवर हैं तो क्या हुआ। उनमें भी जान है और जान है तो दर्द भी है। इंसान उनकी जिंदगी पर बेपरवाही नहीं कर सकता। दरअसल, पंचकूला में एक मादा तेंदुए को तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी। जिसके बाद सड़क पर तड़पते और सांसें भरते हुए मादा तेंदुए की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं ट्रक चालक मौके से फरार हो गया।
बताया जाता है कि, यह पूरी घटना रविवार रात 8 बजे के करीब मोरनी टी प्वाइंट से सटे झूरीवाला गांव के नजदीक यमुनानगर हाईवे पर घटित हुई। आसपास से गुजर रहे लोगों ने हादसे के शिकार मादा तेंदुए को देखा। जिसके बाद पुलिस और वन्य जीव विभाग को दुर्घटना की जानकारी दी गई।
बताया जा रहा है कि, यह मादा तेंदुआ (शावक) अपनी मां के साथ सड़क पार कर रहा था। इस बीच मां तो छलांग कर सड़क पार कर गई लेकिन मादा तेंदुआ (शावक) सड़क पर ही ट्रक की चपेट में आ गया।
जंगल में रोते सुनी गई मादा तेंदुआ, फूटा मां का दर्द
बताया जा रहा है, मादा तेंदुए (शावक) को ट्रक से टक्कर मारे जाने के बाद वयस्क मादा तेंदुआ यानि मां जंगल में जाकर छिप गई थी। लोगों की भीड़-भाड़ और शोर-शराबे के चलते वह मादा तेंदुआ डरकर जंगल में रही और चाहकर भी बाहर न सकी और वहीं से अपने शावक को खोने के बाद रोती रही। प्रत्यक्षदर्शियों ने मादा तेंदुए को रोते हुए सुना।
प्रत्यक्षदर्शी पुष्पा का कहना था कि जिस समय यह हादसा हुआ तब वयस्क मादा तेंदुआ अपने मादा शावक के साथ झूरीवाला की तरफ सड़क पार कर रही थी। इतने में ट्रक शावक को रौंद कर निकला तो मां दौड़कर जंगल में जाकर छिप गई। जंगल में से काफी देर तक मादा तेंदुए की रोने की आवाज सुनाई देती रही। बताया जा रहा है मादा तेंदुआ अभी भी वहीं जंगल में ही हो सकती है।
वन्य जीव विभाग करेगा का शव का पोस्टमार्टम
तेंदुए के साथ हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुँच गई थी। इसी के साथ सूचना मिलने पर वन्य जीव विभाग की टीम भी मौके पर आ गई थी। जिसके बाद शावक के शव को पोस्टमार्टम के लिए जीवजंतु शव गृह में भेज दिया। सोमवार को विशेषज्ञों की टीम शव का पोस्टमार्टम करेगी।
आबादी वाले वाले क्षेत्र के समीप तेंदुए, आखिर कहां हुई चूक
बता दें कि, यमुनानगर हाई वे पर जिस जगह तेंदुए के शावक को वाहन ने कुचला वह सेक्टर 23 और 25 से महज 500 मीटर की दूरी पर है। हैरानी की बात यह है कि, वाइल्ड लाइफ विभाग को घनी आबादी वाले वाले क्षेत्र के समीप तेंदुओं के घुस आने की कोई खबर नहीं थी। वहीं तेंदुए के मादा शावक की जान बच सकती थी मगर स्ट्रीट लाइट नहीं होने से सड़क पर अंधेरा पसरा रहता है। यहां पंचकूला की तरफ से रामगढ़ी की तरफ जाने वाले वाहन (खासकर ट्रक) तेज गति से चलते हैं।
बता दें कि 2 महीने पहले ही एक पर्यटक को मोरनी की मेन रोड पर एक मादा तेंदुआ अपने शावक के साथ सड़क किनारे बैठी दिखी थी। तब पर्यटक अपनी गाड़ी से मोरनी से पंचकूला लौट रहा था। उसने इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल किया था। लोगों का कहना था कि आबादी वाले क्षेत्र की भी तारबंदी करनी चाहिए।
रिपोर्ट- आदित्य शर्मा